शनिवार, 26 अक्तूबर 2013

Halloween in United States

Many Americans celebrate Halloween on October 31. 

Celebrations include costume parties and trick-or-

treating.


Trick-or-treating is part of the Halloween fun.


हेलोवीन मौज मस्ती का मौक़ा होता है। इसे मौज 

मस्ती और परम्परा और जन -विश्वास से जुड़ा गैर -

सरकारी पर्व भी कह सकते हैं क्योंकि इस दिन 

अमरीकी केलेंडर में छुट्टी का विधान नहीं है। 

जन विश्वास या मिथक यह है इस मौके पर पूर्वजों की 

आत्माएं अपने प्रियजनों से मिलने अपने अपने घर 

आती हैं।एक तरह 

से इसे श्राद्ध पक्ष कह लो। क्योंकि कितने ही अमरीकी 

इस मौके पर उनके निमित्त खाद्यान परोसते हैं। कई 

तो खाने की मेज़ पर बा -कायदा उनकी भी प्लेट लगाते 

हैं। 

बच्चे घर घर आके हेलोवीन मांगते हैं (आम तौर  पर ये 


तोहफे टोफीज़ ,कैंडी  आदि ही रहते हैं। लेकिन इस 

मौके पर बड़ों को ज़रूर साथ रहना चाहिए। क्योंकि  


अमरीकी बालकों में टॉफी में मौजूद मूंगफली ,पीकन 



,अखरोट आदि से अलर्जी का बड़ा ख़तरा रहता है।बच्चों 

और बड़ों की चोकलेट में भी यहाँ अंतर है। हार्ड टॉफी 

अलग है(बड़ों के लिए ) सॉफ्ट अलग(बालकों )के लिए। 

कुछ कुछ ये पर्व होली के हुल्लड़ से मिलता जुलता इन 

अर्थों में है कि यदि आप बच्चों को गिफ्ट नहीं देंगे तब 

वह बराबर आपको डराने की धमकी देंगे।

इसे ही कहा जाता है -'Playing trick-or -treat'  

लेकिन यह सब बिना किसी दुर्भावना या वैर भाव के 

किया जाता है। 

याद आता है होलिका पे होली की लकडियाँ खरीदने के 

लिए चंदा जुटाया जाता है।गली या सड़क के एक ओर

 से एक लंगर लटकाया जाता था पुराने बुजुर्ग उस दौर 

में टोपियाँ पहनते थे।कांटे से लंगर के साथ टोपी भी 

खींच ली जाती थी।चंदा मिलने पर लौटा दी जाती थी। 

यहाँ लोग खासकर बच्चे हेलोवीन पोशाकें 

पहन के डरावने भूतहा मुखौटे लगा उस दिन (३१ 

अक्टूबर ,एक नवम्बर या इसके पहले और बाद का भी 

कोई सप्ताहांत  )घर घर हेलोवीन मांगने जाते हैं। कई 

बच्चे तो पालने (pram,प्रैम  )में होते हैं अपनी माँ 

समेत।  

ख़ास परम्परा है घर के बाहर पम्पकिन रखना। कई 

तरह के डरावने मुखौटे इसको ढाल के  नक्काशी करके 

घर के दरवाज़े पर रखे जाते हैं।फ़ार्म में पूरा अमरीकी 

परिवार जाकर अपना पम्किन पिक करता अहै इसे शुभ 

माना जाता है। 

सड़क मार्ग पर फ़ार्म की बाहर बोर्ड पर लिखा होगा -

Pick your own pumpkin .

  

कई लोग तो घर के बाहर पूरा भूतहा 

कब्रिस्तान ही बना लेते हैं।



 Some families carve lanterns with 'scary' 

faces out of pumpkins or other vegetables or 

decorate their homes and gardens in 

Halloween style. 

समझा जाता है ऐसा प्रेतात्माओं के घर में प्रवेश को 

मुल्तवी 

रखने के लिए ही किया जाता है।  



लोकोपकारी चेहरा भी है हेलोवीन का :भले यहाँ कोई 

भीख नहीं माँगता लेकिन उस दिन कोई यदि आपका 

 दरवाज़ा खट-खटा दे तो उसे  भर पूर खाद्यान 

देने का रिवाज़ है। इसे प्रेत आत्माओं से बचे रहने का 

उपाय भी समझा जाता है।



'यूनिसेफ' के लिए कुछ बच्चे इस दिन चंदा जुटाते हैं 

वह 


इसे ही 'हेलोवीन- तोहफे' के रूप में लेते हैं  टॉफी आदि 

लेने से इनकार कर देते हैं ।अमरीकी समाज एक उदार 

दानदाता समाज है। लोकोपकार यहाँ लोगों की नस नस 

में है।  इस एवज 

बाकायदा एक कार्ड बोर्ड (गत्ते का डिब्बा )बोक्स ये 

बच्चे लिए रहते हैं जिस पर यूनिसेफ का 'लोगो' रहता 

है।



ईमानदारी और नियमों की पालना अमरीकी समाज का 

विशेष गुण है कहें अमरीकी समाज की पहचान है तो 

एक दम सही होगा।इत्तेफाक है हर साल हेलोवीन  पर 

हम 

यहीं होते हैं।  

(ज़ारी )       

Group of children in a Trick or Treating during Halloween
Trick-or-treating is part of the Halloween fun.
©iStockphoto.com/ sjlocke

Forget the haunted house. Those looking for a ghostly encounter this Halloween can get up close and personal with departed spirits from the luxury of a hotel room. These hotels across the country allegedly have observable poltergeist activity – so prepare for some chills and thrills on your next overnight stay.

The Biltmore Coral Gables, Miami
Originally opened as a playground for the rich in 1926, the Biltmore Coral Gables is not only luxurious and elegant, but is also believed to be quite haunted. The (unlucky) 13th floor served as a speakeasy during Prohibition, when the hotel saw its first premature death: Gangster Thomas "Fatty" Walsh was shot and killed at a crowded party. Years later, the U.S. government bought the hotel and converted it into a hospital for World War II soldiers, where it saw countless more untimely passings. After being abandoned for several decades, the Biltmore re-opened in the 1980s as a hotel, and ever since then guests have experienced unexplained noises and visions. The most chilling reports, however, come from those who get dropped off by the elevator on the 13th floor, even when that button is never pushed.

Hollywood Roosevelt Hotel, Los Angeles

Marilyn Monroe (one of many celebrities to stay at the Roosevelt) posed for her first ad on the hotel's diving board (long gone, though the pool remains). The ghost of Monroe is said to have appeared in a mirror that once hung in her poolside suite (the suite can be rented, but the mirror is no longer displayed). Montgomery Clift's ghost apparently haunts the hotel as well, pacing back and forth on the ninth floor.

Omni Parker House, Boston

You can't walk two feet without stumbling over some historical artifact or the site of a ghostly encounter at the Parker. With gentle prodding, guest services manager Seamus Murphy, who's worked for the hotel for over 30 years, will regale guests with tales of the 19th-century whiskey salesman's ghost who lives in the closet of room 303 and plants booze-soaked kisses on slumbering female guests.




Jailhouse Inn


10 टिप्‍पणियां:

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

बड़ा खास और अलग सा होता हेलोवीन का माहौल ....

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

लोक परम्परायें और आनन्द ढूढ़ता समाज।

Satish Saxena ने कहा…

मजेदार त्यौहार है , मस्त चर्चा की आपने वीरू भाई राम राम !

संतोष पाण्डेय ने कहा…

अनूठे त्यौहार की जानकारी मिली। धन्यवाद।

babanpandey ने कहा…

अछि परंपरा

Unknown ने कहा…

सर जी, बड़ा ही आनंददायक पर्व है कुछ अलग और
आनंद का सागर है हेलोवीन

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून ने कहा…

यहां तो जब तक छुट्टी न हो, त्‍योहार का मज़ा ही नहीं आता

Arvind Mishra ने कहा…

ब्राह्मणों को त्रयोदशाह संस्कार में भी कोहड़ें की सब्जी बहुत पसंद है -कोई लिंक ?

डॉ टी एस दराल ने कहा…

बढिया प्रस्तुति .
विश्वास और अंध विश्वास सब जगह देखने को मिल जाती है .

दिगम्बर नासवा ने कहा…

त्यौहार खुशियां मनाने का तरीका है समाज में ... ओर अनेक तरीके हर समाज ढूंढ ही लेता है ...
राम राम जी ...