अच्छे दिन अब आ गए गली गली में शोर ,
रामकृष्ण- शिवमय हुई ,भारत भर की भोर।
रामकृष्ण- शिवमय हुई ,भारत भर की भोर।
चित्रकूट के घाट पर शह -ज़ादन की भीर ,
ममता जी चंदन घिसें माया लें तस्वीर।
भारत भर में हो गए गली- गली शिव भक्त ,
रोटी सबको मिलेगी भैया दोनों वक्त।
बड़ा अनोखा हो गया राजनीति का भांड।
जनता मुंह तकती रहे खुद ही खा लें खांड।
उठकर सुबह जापिये एक नाम राफेल ,
वोट मिलें या न मिलें चलता रहे ये खेल।
उन्नीस में मिट जायेगा नेहरुवी अवशेष ,
कविताओं में बांचिये कुंबाई बहुभेष।
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