शुक्रवार, 26 जून 2015

राजनीति में नफरत की खेती करने वाले

राजनीति में नफरत की खेती करने वालों को श्री ललित मोदी ने यह कहकर बेक फुट पे खड़ा कर दिया है कि पूर्व में एक रेस्टोरेंट में वह अलग अलग श्रीमती प्रियंका गांधी एवं श्रीमान राबर्ट वाड्रा से भी मिल चुके हैं। इसे कांग्रेसी चिरकुटों ने आमने सामने की आकस्मिक भेंट कहकर टाल दिया है।यूं श्रीमान ललित मोदी दो मर्तबा सोनिया  से भी मिल चुके हैं।ये पुत्री -दामाद सोनिया तिकड़ी बताये क्या आशय था इस मीटिंग का।

पूछा ये भी जाना चाहिए दिग्विजय जैसे चिरकुटों से कि यदि ललित मोदी ललित गांधी के नाम से जाने जाते तब भी क्या ये उन्हें विश्व अपराधी की तरह और उनसे मिलने वालों को गंभीर अपराधी  की तरह प्रस्तुत करते।

कांग्रेस को दरअसल मोदी नाम से चिढ़ है।  बड़ा मोदी छोटा मोदी। सोनिया ने अपनी एक चुनावी सभा में नरेंद्र मोदी जी को खूनी ह्त्यारा  कह दिया था।बाद में सोनिया को लेने के देने पड़  गए थे।

श्रीमान ललित मोदी भी कांग्रेस का यही हाल करने वाले हैं जिनके तत्कालीन मंत्री चिदंबरम ने ही उन्हें २०१० में वीज़ा दिलवाया था इंग्लैंड का।

इस दौर में राजनीति में नफरत की खेती करने वालों से देश को बड़ा खतरा पैदा हो गया है।इनसे देश को सावधान रहने की ज़रुरत है। डिमोनाइज़ेशन की कला में ये गुलाम वंशीय कांग्रेस माहिर है।यही वे लोग हैं जो बिला वजह ललित मोदी को एक विश्व अपराधी की तरह इसलिए प्रस्तुत कर रहे हैं क्योंकि उनके नाम के 

आगे मोदी लगा है। 




   

1 टिप्पणी:

Harihar (विकेश कुमार बडोला) ने कहा…

कांग्रेसियों का दिमाग ठीक नहीं है।