फिल्म तू नहीं और सही (१९६० )
गीतकार :मज़रूह सुल्तानपुरी
संगीतकार :रवि
कलाकार :प्रदीप कुमार ,कुमकुम
तू है हरजाई तो अपना भी यही तौर सही
तू नहीं और सही ,और नहीं और सही।
बड़ी लम्बी है ज़मीं ,मिलेंगे लाख हंसी,
सारी दुनिया में सनम तू अकेला ही नहीं।
जाम आँखों के बहुत हैं ,कहीं एक दौर सही।
मुझसे तू आँख मिला ,क्या कमी है ये बता ,
तुझपे उम्मीद -ए -वफ़ा ,बन गई एक खता।
प्यार औरों का सलामत है ,तेरा जौर सही।
तू है भरमाई तो अपना भी यही तौर सही ,
तू नहीं और सही ,और सही ,तू नहीं और सही।
बे -वफ़ा आप हुए ,हमें बदनाम किया ,
हम हैं बदनाम तो फिर तौर से बे -तौर सही।
तू नहीं और सही और नहीं और सही।
शब्दार्थ :(१ )हरजाई :सब जगह पहुँचने वाली ,कुलटा ,हरेक के साथ रहने वाली ,व्यभिचारिणी औरत (२ )जौर :अत्याचार ,अनीति ,जुल्म , जफ़ा
एक शैर देखियेगा :
जौर क्या क्या जफ़ाएं क्या क्या ,हैं
आशिक़ी में बालाएं क्या क्या हैं। (मीर तक़ी मीर )
अंग्रेजी में एक मुहावरा है : Do Not Put All Your Eggs in One Basket बोले तो एक ही स्थान पर एक ही साधन में सब कुछ झौंक देना। अपना सब कुछ दांव पर लगाना।
भाई इश्क में भी ऐसा ही है ,प्यार करना सीख गए ये क्या कम हैं। एक मर्तबा नहीं होता बारहा होता है प्यार बार -बार। दुत्कारे गए तो कोई बात नहीं।
प्यार एक बार नही होता है ,
उम्र का मोहताज़ नहीं होता है ,
एक खूबसूरत एहसासभर होता है।
यहां भी है बस ऐसा ही कुछ है।
दो घड़ी वो जो पास आ बैठे ,
हम ज़माने से दूर जा बैठे।
ज़िंदगी प्यार की दो चार घड़ी होती है,
चाहे थोड़ी भी हो ये उम्र बड़ी होती है।
भागो मत किसी एक के पीछे ,हाँ खुद पीछे भी मत हटो।
https://www.youtube.com/watch?v=8amj_DM1UFg
Tu Hai Harjai To (Tu Nahin Aur Sahi) Mukesh Film Tu Nahin Aur Sahi (1960) Ravi / Majrooh Sultanpuri
tu hai harjai to apna bhi yahi taur sahi
tu nahi aur sahi, aur nahi aur sahitu nahi aur sahi, aur nahi aur sahi
tu hai harajai to apna bhi yahi aur sahi
tu nahi aur sahi, aur nahi aur sahi
tu nahi aur sahi
badi lambi hai zami, milenge laakh hasi
badi lambi hai zami, milenge laakh hasi
sari duniya me sanam tu akela hi nahi
sari duniya me sanam tu akela hi nahi
jaam aankho ke bahut hai, kahi ek daur sahi
tu nahi aur sahi, aur nahi aur sahi
tu nahi aur sahi
mujhse tu aankh mila, kya kami hai ye bata
mujhse tu aankh mila, kya kami hai ye bata
tujh pe umid-e-vafa ban gai ek khata
tujh pe umid-e-vafa ban gai ek khata
pyar auro ka salamat hai, tera jaur sahi
tu nahi aur sahi, aur nahi aur sahi
tu nahi aur sahi, tu nahi aur sahi
https://www.youtube.com/watch?v=9-sdgmSzYDE
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