नेहरू से लेकर सोनिया मायनो तक कांग्रेस का यह स्टेंडर्ड प्रोसीजर रहा है : (१) सस्ते दामों पर सरकारी संपत्ति हथियाना (२) फिर उसका एक ट्रस्ट बना देना (३)ट्रस्ट को फिर प्राइवेट लिमिटिड कम्पनी में बदल देना (४) कम्पनी को फिर एक विदेशी जौंक के पास गिरवीं रख देना
चार उचक्के चालीस चोर , चोर मचाते जाएं शोर , उचक्के नांच रहे हैं। मनाते हैपी वीक एंड
एक विदेशी जौंक चिपट गई भारत की काया से , भरमाया यह देश आज फिर इटली की माया से
एक विदेशी जौंक चिपट गई भारत की काया से ,
भरमाया यह देश आज फिर इटली की माया से।
चार उचक्के चालीस चोर ,
चोर मचाते जाएं शोर ,
उचक्के नांच रहे हैं।
मनाते हैपी वीक एंड।
नेहरू से लेकर सोनिया मायनो तक कांग्रेस का यह स्टेंडर्ड प्रोसीजर रहा है :
(१) सस्ते दामों पर सरकारी संपत्ति हथियाना
(२) फिर उसका एक ट्रस्ट बना देना
(३)ट्रस्ट को फिर प्राइवेट लिमिटिड कम्पनी में बदल देना
(४) कम्पनी को फिर एक विदेशी जौंक के पास गिरवीं रख देना
भरमाया यह देश आज फिर इटली की माया से।
चार उचक्के चालीस चोर ,
चोर मचाते जाएं शोर ,
उचक्के नांच रहे हैं।
मनाते हैपी वीक एंड।
नेहरू से लेकर सोनिया मायनो तक कांग्रेस का यह स्टेंडर्ड प्रोसीजर रहा है :
(१) सस्ते दामों पर सरकारी संपत्ति हथियाना
(२) फिर उसका एक ट्रस्ट बना देना
(३)ट्रस्ट को फिर प्राइवेट लिमिटिड कम्पनी में बदल देना
(४) कम्पनी को फिर एक विदेशी जौंक के पास गिरवीं रख देना
नेशनल हेराल्ड मामला इसी दीर्घीकृत परम्परा की एक कड़ी है जिसे लेकर संसद ठप्प करके कलंकित कांग्रेस वीक एंड में ठुमके लगाने का आवाहन कर रही है।
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