बुधवार, 8 अक्तूबर 2008

रास्त्रवाद बनाम रास्त्रद्रोह.

स्वयम मनमोहन सिंह एवं उनके मनमोहिनी मंत्रिमंडल की इसे सबसे बड़ी उपलब्धि कहा और समझा जाएगा,पिछले साथ वर्षों की रास्ट्रीय एकता और अस्मिता को खंडित करके इसने देश को गृह्य युद्ध की कगार पर ला खडा किया है । अब परदा और परदे दारी यानि बुरका औरत की लाज बचाने के लिए नहीं aatanki chehron का naqaab बन के reh गया है । upa mantrimandilay kunbe मैं maujood pritiyek secular praani अपना labada phenk कर अब khule मैं आ गया है । केवल शरद पवार इसका apvaad नहीं है jidhar देखो udher पवार ही पवार हैं , inka rom rom आतंक vaad की himayat मैं खड़ा हुआ है , कोई दो की himayaat मैं खड़ा है to कोई चार की । इस behuda shor मैं aarif mohammad khan जैसे raastravadi लोगों की aawaaz दबा दी गई है, upa mantrimandal mukhyadhara के musalmano को कुछ firka parston की गोद मैं lagatar dhakel रहा है । ऐसे मैं deb बंदी uleymao के raastravad से प्रेरित aatankvaad के ख़िलाफ़ दिए fatve भी अपना कोई असर नहीं छोड़ सके हैं , agala chunavi samar raastravaad और जय chando meer jaafron द्वारा pallavit raastradroh के बीच ही lada जाना है। beshaque यह लोकतंत्र नहीं है vote tantra है , लोक tantra होता to tamaam secular bhediye आज raastrapati के aadesh से tihaad jail मैं होते । amar singh के पैसों को asvikrit करके shredhyey smt maya शर्मा ने shahadat की आन और baan को zinda रखा है ।
ऐसे मैं पैसे to क्या swyam amar singh पर गली के कुत्ते भी नहीं mootenge kyunki vo deshdrohiyon की soongh कर shinakht कर लेते हैं , raastravaad से vaakif ये bejholi के fakeer गली koochon की chauksi मैं तैनात रहते हैं । shahadat को fasana बनाने wale इन durmukhon को itihaas भी kosega जो हर haadse और shahadat का रुख vote बैंक की or मोड़ देते हैं ।

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