New study quantifies the link between smoggy air and diabetes
एक अभिनव अनुमान के अनुसार बरस २०१६ में दुनियाभर में कुल मिलाकर डायबिटीज (जीवनशैली रोग मधुमेह )के बत्तीस लाख नए मामले दर्ज़ किए गए।
हमारी हवा में मंडराते तैरते ठोस सूक्ष्म कण हवा की गुणवत्ता को पलीता लगाते रहें हैं चाहे फिर वह सीएनजी हो या पेट्रोल और डीज़ल चालित वाहन ,धुंआ उगलती किसी उद्योग की चिमनी हो या फ़िर हमारी हवा में सम्पन्न रासायनिक क्रियाओं से व्युत्पन्न पार्टिकुलेट फाइन मैटर।
मुद्दा ये नहीं है इनमें से कौन एक स्रोत ज्यादा कुसूरवार है ,मुद्दा हवा की छीजती गुणवत्ता के फलस्वरूप पर्यावरणी रोगों की नै सौगात :मधुमेह से जुड़ा है।
लगातार बने रहने वाले हृद रोगों एवं शक़्कर की बीमारी डायबिटीज का संबंध वायु में पसरे प्रदूषकों से साइंस न्यूज़ पहले भी बतला चुका है।
ताज़ा संदर्भित अध्ययन इसका संख्यात्मक (मात्रात्मक )कयास भर प्रस्तुत करता है . युद्ध काल में अपने देश अमरीका की सैन्य सेवा करने वाले पुराने सिपाहियों सैन्य दिगज्जो की तकरीबन एक दशक तक जांच पड़ताल कर लेने के बाद ही ये कयास लगाए गए हैं के इनमें से कितनों को जीवन शैली रोग मधुमेह का खतरा बढ़ चुका है।
भूमंडलीय स्तर पर संपन्न अन्य अध्ययनों का भी इन अनुमानों तक पहुँचने के लिए इस्तेमाल किया गया है। अमरीकी अंतरिक्ष संस्था नासा के अलावा हवा की गुणवत्ता की निगहबानी करने वाली संस्था अमेरिकन एनवायर्नमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी से भी वायु के गुणवत्ता से संबंधित आँकड़े जुटाए गए हैं।
विज्ञान पत्रिका 'लांसेट प्लेनेटरी हेल्थ' ने जुलाई में ही यह कयास प्रस्तुत किया है :
"भूमंडलीय स्तर पर डायबिटीज के कुल १४ फीसद नए मामलों के लिए वायु
प्रदूषण को निशंक जिम्मेवार ठहराया जा सकता है। "
बेशक इस जीवन शैली रोग के खतरे के वजन को बढ़ाने में वंशावली ,खानपान ,हमारी सक्रियता या अक्रियता (निठल्लापन ),परिवारों में रोग का पूर्ववृतान्त भी भागेदारी करता ही है।
इन तमाम बातों के चलते विश्वस्वास्थ्य संगठन के एक आकलन के अनुसार फिलवक्त दुनियाभर में ४२ करोड़ बीसलाख लोग (४२२ मिलियन )इस जीवन शैली रोग के साथ तालमेल बिठाने में मशगूल हैं इसका प्रबंधन दिन रात करते हैं।
१९८० में कुलमिलाकर दस करोड़ अस्सी लाख लोग ही इसकी चपेट में थे।
बिला शक वायु प्रदूष्ण से भी जुड़ी है मधुमेह की नव्ज़ :
इस तथ्य की पुष्टि पाक -भारत -चीन में प्रदूषण के अनुरूप ही प्रदूषण संबंधी मधुमेह की बढ़ी हुई दर शेष देशों से बढ़त बनाये हुए है।
जबकि उत्तरी अमरीका में भी अपेक्षाकृत स्वच्छ वायु के रहते भी यह दर ज्यादा बनी हुई है (जिसकी इतर वजहें भी वहां मौजूद हैं )खाये पिए अघाये लोगों का मुल्क है अमरीका।
Air pollution caused 3.2 million new cases of diabetes worldwide in 2016, according to a new estimate.
Fine particulate matter, belched out by cars and factories and generated through chemical reactions in the atmosphere, hang around as haze and make air hard to breathe. Air pollution has been linked to chronic conditions such as heart disease and diabetes (SN: 9/30/17, p. 18), but this study is one of the first attempts to quantify the connection for diabetes. Researchers tracked 1.7 million U.S. veterans for almost a decade to assess their risk of developing diabetes. They also used data from global studies on diabetes risk, as well as air quality data from the U.S. Environmental Protection Agency and NASA, to create equations that analyzed the connection between air pollution exposure and diabetes globally.
The new estimate, reported in July in The Lancet Planetary Health, holds air pollution responsible for about 14 percent of new cases of diabetes worldwide. Factors such as genetics, weight, activity level and diet also influence the risk of the disease, which is on the rise globally. (The World Health Organization estimates that 422 million people now live with type 2 diabetes — up from 108 million in 1980.)
The burden isn’t the same around the globe: Unsurprisingly, countries with high pollution levels, such as Pakistan, India and China, also have especially high rates of air pollution-linked diabetes. The United States, which now has comparatively clean air, is also high on the list.
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