मुठ्ठी बंद है तो लाख की ,खुल गई तो ख़ाक की
ज़रुरत इस सूक्ति के मर्म को समझने की है। नादाँ दोस्त से दानिशमंद दुश्मन अच्छा होता है। हमारी लेखनी
को कांग्रेस के खिलाफ न समझा जाए। जो लोग कह रहे हैं कि प्रियंका लाओ कांग्रेस बचाओ उनसे पूछा जाना
चाहिए अगर ये पटाखा भी फुस्स हो गया तो फिर क्या नेहरूजी को वापस लाएंगे। इंदिराजी को वापस लाएंगे। वे
तो हैं नहीं। इसीलिए समझदारी इसी में अपनी साख को बचा के रखा जाए। अपना सब कुछ दांव पे न लगाया
जाए।
To lay all your eggs in one basket is not intelligence .
'प्रियंका गांधी लाओ 'नारा लगाने वालों से ये पूछा जाना चाहिए क्या राहुल बुझा हुआ पटाखा हैं ?अगर प्रियंका
भी न चली तब क्या फिर देश छोड़कर चले जाएंगे।जो सोनिया -राहुल हार गए हैं वे अब प्रियंका को दाँव पर
नहीं
लगा सकते।युधिष्ठिर ने यही गलती की थी अपना सब कुछ द्यूत कीड़ा (ज़ूए )में हारने के बाद द्रोपदी को भी
दांव पे लगा दिया था। नतीजा हम सब के सामने है भारत में नारी की इज़्ज़त हमेशा ही दाँव पे लगी रहती है।
ये लोग महाभारत ही पढ़ लें। तो थोड़ा समझ आ जाए। जो लोग अपना तीन मिनिट का भाषण भी
पहले लिखकर लिखवा कर फिर लिखा हुआ पढ़ते हैं शायद उनकी समझ में कुछ आ जाए।
Priyanka Lao Congress bachao ...
ज़रुरत इस सूक्ति के मर्म को समझने की है। नादाँ दोस्त से दानिशमंद दुश्मन अच्छा होता है। हमारी लेखनी
को कांग्रेस के खिलाफ न समझा जाए। जो लोग कह रहे हैं कि प्रियंका लाओ कांग्रेस बचाओ उनसे पूछा जाना
चाहिए अगर ये पटाखा भी फुस्स हो गया तो फिर क्या नेहरूजी को वापस लाएंगे। इंदिराजी को वापस लाएंगे। वे
तो हैं नहीं। इसीलिए समझदारी इसी में अपनी साख को बचा के रखा जाए। अपना सब कुछ दांव पे न लगाया
जाए।
To lay all your eggs in one basket is not intelligence .
'प्रियंका गांधी लाओ 'नारा लगाने वालों से ये पूछा जाना चाहिए क्या राहुल बुझा हुआ पटाखा हैं ?अगर प्रियंका
भी न चली तब क्या फिर देश छोड़कर चले जाएंगे।जो सोनिया -राहुल हार गए हैं वे अब प्रियंका को दाँव पर
नहीं
लगा सकते।युधिष्ठिर ने यही गलती की थी अपना सब कुछ द्यूत कीड़ा (ज़ूए )में हारने के बाद द्रोपदी को भी
दांव पे लगा दिया था। नतीजा हम सब के सामने है भारत में नारी की इज़्ज़त हमेशा ही दाँव पे लगी रहती है।
ये लोग महाभारत ही पढ़ लें। तो थोड़ा समझ आ जाए। जो लोग अपना तीन मिनिट का भाषण भी
पहले लिखकर लिखवा कर फिर लिखा हुआ पढ़ते हैं शायद उनकी समझ में कुछ आ जाए।
She's back! 'Priyanka lao, Congress bachao' posters resurface in face
of
assembly losses
The "Priyanka lao" slogans are back on display again, this time after yet another dismal electoral showing by the Congress Party. While the partymen couldn't openly blame the results on Rahul Gandhi in the aftermath of the Lok Sabha elections, party cadres started waving banners calling on the elder daughter of the Gandhi family, Priyanka, to lead the party into the state assembly polls to express their anger.
On Sunday, once counting began and BJP looked poised to sweep Haryana and become the largest party in Maharashtra, Congress workers once again assembled outside the Delhi office armed with their Priyanka banners:
Priyanka Lao Congress bachao - YouTube
www.youtube.com/watch?v=M1_MsczwRfs
1 day ago - Uploaded by IndiaTV
Congress party workers protest outside Congress office with banners saying '
Missing
3 टिप्पणियां:
कांग्रेसजन,नीद से अब भी जाग जाओ ,
मेरे वीरू भाई का कहा अब भी मान जाओ .....
राम-राम वीरू भाई .....दीवाली मुबारक हो ..
स्वस्थ रहो |
वैसे मुझे वो फुस्स होने वाला पटाखा ही लगता है ...
आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें ...
सुंदर विश्लेषण.पिछले दो चुनाव से ऐसा ही हो रहा है.
दीपोत्सव की मंगल कामनाएं !
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