चुनाव की झलकियां :
(१)थर थर मोदी
डर डर मोदी
यानी कुछ लोगों के मष्तिष्क और चेतना में मोदी इतना छा गए हैं वे हर हर मोदी नहीं कहेंगे बाकी सब कुछ कहेंगे। ऐसा खौफ है मोदी का इनके दिलोदिमाग पे
चलिए इनके लिए एक नारा हम देते हैं :
महादेव हर हर ,
मोदी घर घर।
(२) केजरीवाल की काबलियत देखिये :जिस पुण्य नगरी काशी में मांस और अंडे वर्जित हैं वहाँ इन्होनें अपने ऊपर अंडे फिंकवा लिए
लोगों की समझदारी देखिये इन्होनें नीली /काली स्याही ही फैंकी वरना केजरीवाल कहते देखो खून ये मुझे मारने की साजिश है। केजरीवाल काफिला रूमाल लेकर चला था जिसपे पहले से स्याही से भीगे थे। इसे कहते हैं हाथ की सफाई
दुर्मुख दिग्पराज्य को हास्य बहुत पसंद हैं इनसे पूछा जाना चाहिए गत दस बरसों में इन्होनें झूठ बोलने के सिवाय और क्या किया
(१)थर थर मोदी
डर डर मोदी
यानी कुछ लोगों के मष्तिष्क और चेतना में मोदी इतना छा गए हैं वे हर हर मोदी नहीं कहेंगे बाकी सब कुछ कहेंगे। ऐसा खौफ है मोदी का इनके दिलोदिमाग पे
चलिए इनके लिए एक नारा हम देते हैं :
महादेव हर हर ,
मोदी घर घर।
(२) केजरीवाल की काबलियत देखिये :जिस पुण्य नगरी काशी में मांस और अंडे वर्जित हैं वहाँ इन्होनें अपने ऊपर अंडे फिंकवा लिए
लोगों की समझदारी देखिये इन्होनें नीली /काली स्याही ही फैंकी वरना केजरीवाल कहते देखो खून ये मुझे मारने की साजिश है। केजरीवाल काफिला रूमाल लेकर चला था जिसपे पहले से स्याही से भीगे थे। इसे कहते हैं हाथ की सफाई
दुर्मुख दिग्पराज्य को हास्य बहुत पसंद हैं इनसे पूछा जाना चाहिए गत दस बरसों में इन्होनें झूठ बोलने के सिवाय और क्या किया
5 टिप्पणियां:
कुछ तो लोग कहेंगे ... लोगों का काम है कहना .. शेर ने चलना है वो तो चलेगा अपनी चाल ...
वीरू भाई आपका नारा पसंद आया ,,,,घर[घर मोदी !
अगर केजरी मजाक में लोग ज्यादा दूर तक चले तो यह मजाक बहुत भारी पड़नेवाला है।
राजनीति का यह घमासान रोचक है..
बहुत ही बढियां उल्लेख आदरणीय
इन सबकी मंसा साफ़ दिख रही है और डर भी
लाज़वाब कही आपने ''डर डर मोदी
एक नज़र :- हालात-ए-बयाँ: ''जज़्बात ग़ज़ल में कहता हूँ''
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