बहन मायावती के कारकुनों ने एक सरकारी engineer की हत्या कर के राज ठाकरे की महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के सैनिकों को भी क्रूरता में पछाड़ दिया है। लगता है विधायक मनोज तिवारी मायावती फोबिया से ग्रस्त थे, बहनजी के जन्मदिन के लिए जबरी चंदा नही वसूलते तो ख़ुद मारे जाते। घड़ा एक दिन राज ठाकरे के पापों का भी भरेगा अभी तो उन्स्की चाची ही पहाड़ के नीचे से निकली है जो ख़ुद को बेदाग़, चैतन्य देव प्रतिमा बतलाती थी। हमारा मानना है राजनीतिक कार्यकर्ता भी अमर नही होता।
बुधवार, 24 दिसंबर 2008
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