मंगलवार, 24 मार्च 2009
वरुण फिरोज़ गाँधी
सब को खटक रहा है ये पढ़ा लिखा नौज़वान ,वो भी बोलते हैं इनके खिलाफ जिनेह सिर्फ़ मुस्कराना अत है.हैरत मैं दल रही है इस प्रसंग मैं राहुल बाबा की खामोसी.चुनाव आयोग अपनी सीमा का अतिक्रमण कर चुका है.राष्ट्र पति द्वारा चुनाव अधिसूचना जारी करने से पहले ही वरुण के खिलाफ फरमान जारी कर दिया .जो हो इस दौर मैं वरुण साबसे ज्यादा चर्चित शक्श हैं .पीलीभीत की ज़मीनी हकीकत से जो नावाकिफ हैं वाही उनके खिलाफ ज़हर उगल रहे हैं .जाकर देखें :किस कदर मुस्लिम युवकों को लुव जिहाद के लिए हड़काया जा रहा हैं,हिंदू लड़कियों को अपने प्रेम जाल मैं फसने को उकसाया जा रहा है.सच उतना ही नहीं है जो हमारे अति नैतिकता प्रेमी पत्रकार बतला रहे हैं.वरुण को हक़ है अपनी अलग पहचान बनाने का हिंदुत्व का परचम फहराने का.भारत एक धरम नीर पक्ष देश है,सेकुलर मुल्क है हर किसी को हक़ है अपना रास्ता बनने का .वरुण को भी है .
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2 टिप्पणियां:
आज देश में ऐसे कबूतरों की बाढ़ आ गयी है जो अपनी आँखे बन्द करने से बिल्ली से बच जाएंगे। प्रत्येक इंसान दुश्वारियों को अनदेखा करना चाहता है और स्वयं को मनोरंजन में ही डूबा रहना चाहता है। इसलिए उसे लगता है कि वरुण गांधी जैसों के कथन कहीं दंगे न करा दें और हमारे आनन्द में खलल पड़ जाए। तिल-तिल कर यह देश समाप्त हो रहा है लेकिन हम अभी भी सच्चाई को समझना ही नहीं चाहते। एक नौजवान ने सत्य उजागर कर दिया तो धर्मनिरपेक्षता को ठेस लग गयी। यहाँ तो रोड शो चाहिए। हाथ हिलाने मात्र से देश चल जाएंगे। इन्हें क्या करना है देश तो नौकरशाह चला ही लेंगे। इसलिए ही नौकरशाह भी रोड-शो वालों से ही खुश रहते हैं और मीडिया भी।
sukriya sach ko sach kahnay ke liye.virendra sharma,43309,silverwood DR.,Canton,MI,USA48188
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