शनिवार, 28 मार्च 2009

भारत धर्मी समाज के पहरुवे कहाँ है ?

एक ही नाम है,वरुण फिरोज़ गाँधी ,अब कह तो सकते हैं :कोई तो है जो भारत धर्मी समाज की हिमायत और हिफाज़त के लिए आगे आया है .उमीद बीजे पी से थी .केवल वरुण मैं वो आंच है जो भारत धर्मी समाज के वृहत्तर हितों से प्ररित है .बाकि सब का ये हाल है:गज़ब है सच को सच कहते नहीं है,हमारे होंसले पोले हो ऐ हैं ,हमारा कद सिमट के घाट गया है ,हमारे पैर हाँ झोले हो ऐ हैं .गज़ब ये भी है:पीली भीत की उस प्रे रक् घटना का कोई ज़िक्र ही नहीं हैजिससे उद्वलित होकर वरुण आगे आए हैं हिन्दुओ के बचाव मैं .कैसी दोगली पत्रकारिता है जो ये नहीं बतलाती :हिंदू लड़कियों के साथ बदसलूकी करने वाले कौन थे ,पीलीभीत मैं ?किसने इन लड़कों को लुव जिहाद के लिए भड़काया ?

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