किसान नाम के आंदोलन को अफवाह का टेका लगाने वाले शहज़ादे हैं
अब जबकि मिया खलीफा ,ग्रेटा थुन बर्ग ,और राहुल सोच की रिया के ट्विटिंग रेट्स सामने आ चुके हैं देश जानना चाहता है राहुल गाँधी जो काफी समय से चीं चीं चें चें करते रहें हैं कृपया बतलाये एक ट्ववीट पोस्ट करने का कितना मेहनताना मिलता है (रणदीप )सुरजेवाला जिनका एक भी पुर्जा नहीं है अपना बतलायें उन्हें रिया के ट्ववीट को री -ट्ववीट करने का कितना पैसा मिला। दोस्तों इन्हें अपने अपने ज़ेहन में बिठा लो ये ही किसान नाम के आंदोलन को अफवाह का टेका लगाने वाले शहज़ादे हैं जिन्हें अनगिन लोगों को रोज़गार देश के विकास को गति प्रदान करने वाले नायाब उद्यमी बंधू पसंद नहीं हैं दो नाम इनके हीमोग्लोबिन में मिल चुकें हैं राहुल गांधी सपने में भी अडानी अम्बानी बड़बड़ाते हैं।
सही कहा ।
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1 टिप्पणी:
सही कहा ।
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