आजकल ह्यूमेन इंसुलिन री -कोम-बिनेंट डी एन ए टेक्नोलोजी से तैयार की जाती है जो गुण में मानव अग्नाशय (पेंक्रियाज़ ) जैसी ही होती है .आम तौर पर इससे एलर्जी के मामले सामने नहीं आते है अलबत्ता कुछ मधुमेह रोगियों को जिंक तथा प्रोटो -माइन आदि से एलर्जी हो सकती है ।
पहले गाय और शूकर (पिग ,सूअर )के अग्नाशय से इंसुलिन प्राप्त की जाती थी जिससे कई मरीजों को एलर्जी हो भी जाती थी .अब इसकी संभावना न के बराबर ही रहती है ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-"मधुमेह रोगियों के लिए २०१ टिप्स "-डॉ .बिमल छाजेड ,एम् .डी .फ्यूजन बुक्स ,एक्स -३० ,ओखला उद्योगिक क्षेत्र ,फेज़ -२ ,नै -दिल्ली -११०-०२० ।
दूरध्वनी :०११ -४०७ १२१ ०० .
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