जहां भी चर्बी के डिपो ,चर्बी का ज़माव दिखाई दे वहीँ इंसुलिन की सुईं (इंजेक्सन )लग सकती है .यह आपकी सुविधा के ऊपर है कहाँ सुईं लगवाई जाए .वैसे जांघ का ऊपरी हिस्सा ,पेट (उदर,एब्दोमन )का निचला हिस्सा तथा नितम्ब (हिप्स ),बाजू का ऊपरी हिस्सा कहीं भी इंसुलिन टीका लगाया जा सकता है ।
इन दिनों वैसे भी २९, ३० ,३१ गेज़ की बारीक सुइयां प्रचलन में हैं ,इंसुलिन पैन भी इसलिए यदि डॉ ने आपको इंसुलिन पर डाला है तो दोबारा न सोचे .बेहतर प्रबंधन होता है इंसुलिन से ,ओरल एंटी -डायबेटिक पिल्स के बरक्स .
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