मानव इंसुलिन पेंक्रियाज़ की बीटा सेल्स द्वारा तैयार इंसुलिन से मिलती जुलती है जिसे री-कोम्बिनेंत डी एन ए टेक्नोलोजी से तैयार किया जाता है .इससे एच आई वी एड्स होने का कोई ख़तरा नहीं है अलबत्ता सिंगिल यूज़ डिस्पो वेन ही काम में ली जाए .सिरिंज का स्तेमाल व्यक्ति विशेष त़क ही सीमित रहे .
वैसे भी इंसुलिन या तो बेक्टीरिया से बनाया जाता है ,या पशुओं के पेंक्रियाज़ (अग्नाशय ) से प्राप्त किया जाता है .इसलिए विशुद्ध रूप में इससे कोई संक्रमण नहीं हो सकता .
रविवार, 13 मार्च 2011
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