दरअसल मधुमेह रोग अन्य बीमारियों से जुदा है इसमें खान -पान जीवन शैली इलाज़ का इक एहम हिस्सा है .दवाएं मधुमेह के प्रबंधन ,नियंत्रण/विनियमन का इक आयामभर हैं ,पूरी चिकित्सा नहीं हैं .यानी मधु -मेह चिकित्सा केवल दवाओं के भरोसे रहने वाली इकहरी चिकित्सा (इक आयामीय चिकित्सा )नहीं है .इसलिए खानपान में छूट लेना ढील बरतना अदबदाकर परहेजी करना ,ला -परवाही करना माना जाएगा जिसका खामियाजा बाद को भुगतना पड़ेगा .इट इज एन एतित्युड.
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