पेज

बुधवार, 5 मई 2010

अवसाद से थोड़ी राहत के लिए -ट्रांस -क्रेनियल -स्तिम्युलेसन

अवसाद मेंमददगार हो सकता है -ट्रांस -क्रेनियल-मेग्नेटिक -स्तिम्युलेसन (टी एम् एस ).चिकित्सा के इस तरीके में दिमाग के एकख़ास हिस्से को करेंट से (आम भाषा में बिजली )से उत्तेजन प्रदान किया जाता है .उन लोगों को भी राहत पहुंचा सकता है टी एम् एस जो मल्तिपिल एंटी -डिप्रेसेंट्स अवसाद से राहत के लिए लेते रहें हैं ।
अब तक संपन्न गोल्ड ट्रायल में एक दिक्कत पेश आती रही है .रीयल डिवाइस की हू-बा -हु नक़ल उतार पाना ,साउंड और सेंसेसंस का छदम रूप तैयार कर पाना ताकि किस मरीज़ के साथ टी एम् एस आजमाया जा रहा है और किसके साथ उसका छद्म इसका पता ना चले .
लेकिन इस कठिनाई का हल निकाल लिया गया है .एक डमी डिवाइस तैयार कर ली गई है .यह असली की तरह ही आवाजें और संवेदन पैदा कर सकती है ।
दोनों में ही सब्जेक्ट्स की आँख में तुइच (कोंत्रेक्सन )एक तरह की ऐंठनजैसा कुछ महसूस होता है ।
१९० मरीजों पर पर संपन्न इस अध्धययन के नतीजे 'आर्काइव्स ऑफ़ जनरल साइकियाट्री में प्रकाशित हुए हैं .यह अब तक का सबसे व्यापक अध्धययन माना जा रहा है .मार्क जोर्ज इस अध्धययन के अगुवा रहें हैं .आप चर्लेस्तों की मेडिकल यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैरोलिना में कार्य रत हैं .
अध्धयन में रेंडम तरीके से कुछ के दिमाग के उस हिस्से को जो हमारे संवेगों,इमोसंस से तालुक रखता है असली टी एम् एस तथा शेष के लिए इसका छद्म रूप आजमाया गया .३७.५ मिनिट के लिए दोनों ही डिवाइसिस का स्तेमाल किया गया .तीन सप्ताह तक यही सिलसिला रोजाना चला ।
तीन सप्ताह बाद टी एम् एस (असली )समूह से १४ फीसद लोग डिप्रेसन से बाहर आ गए ,जबकि छद्म चिकित्सा समूह में से सिर्फ ५फ़ीसद को फायदा पहुंचा .जिन लोगों को असली चिकत्सा मुहैया करवाई गई उनके लाभ प्राप्त करने की संभावना छद्म समूह के बरक्स बनी रही ।
फिलवक्त १२ मरीजों में से एक इस चिकित्सा से अवसाद के दायरे से बाहर आ रहा है ।
चिकित्सा की ओपतिमं डोज़ और अवधि पर अभी बहुत काम किया जाना बाकी है .
दूसरे चरण में सभी मरीजों को रीयल टी एम् एस ट्रीटमेंट दिया गया .३० फीसद डिप्रेसन की जद से बाहर आये .ऐसा प्रतीत होता ,इलाज़ की अवधि तीन सप्ताह या फिर ६ भी हो सकती है .बहुत कुछ इस बाबत अभी भी अन -अनुमेय ही बना हुआ है .इस पर काम ज़ारी है ।
स्तिम्युलेतिंग ब्रेन केन हेल्प ड्राइव अवे डा ब्लूज़ (टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मे५ ,२०१० )

2 टिप्‍पणियां: