कवि रसलीन ने टेलर -मेड सौन्दर्य पर रीझकर ही लिखा होगा :कनक छवि सी कामिनी ,कटि काहे को क्षीण /कटि को कंचन का -टि-विधि ,कुचन मध्य धर दीन्हि.आज विज्ञान ने यह सचमुच मुमकिन कर दिखाया है ,कटि -प्रदेश से चर्बी निकालकर सुडोल वक्ष ,बना लेने की तकनीक विकसितकर ली है ,जिसे ब्रेस्ट -इम्प्लांट से बेहतर बतलाया जा रहा है .कामयाबी पूर्वक इस तकनीक की आज़माइश कर ली गई है ,होलीवुड की जानी मानी हस्तियों (रूपसियों )ने इसे आजमाया है .कुल खर्च आता है ८००० पोंड .यानी अब अवांछित जगह से चर्बी हठाकर उसका मनमाना स्तेमाल किया जा सकता है ।
इस प्रोद्योगिकी का एक आयाम और भी है .एक ऐसा शक्ति शाली किरण पुंज (लेज़र )तैयार कर लिया गया है जो देखते ही देखते अवांछित जगह से फेट सेल्स का सफाया करदेता है .दो हफ्ते में आप अपनी ड्रेस का साइज़ दो नंबर तक घटा सकतें हैं .ना डाइटिंग का झंझट ना व्यायाम की दरकार .हींग लगे ना फिटकरी रंग चोखा ही चोखा ।
४० -४० मिनिट के ६ सेशंस (६ मर्तबा )में १००० पोंड की खर्ची से आप अपनी ड्रेस का साइज़ घटा सकतें हैं ।
जेरोना (लेज़र )आप की चमड़ी के नीचे छिपी फेट सेल्स को रप्चर कर देता है .इन्हें आपकी एनाटोमी से बेदखल कर दिया जाता है ।
पश्चिमी लन्दन के केंसिंग्टन में एक लेज़र लोंज़ ततिअना करेलिना चला रहीं हैं .यही वह आविष्कार है जिसका बरसों से हर आधुनिका को इंतज़ार था ।
अमरीकी खाद्य और दवा संस्था (ऍफ़ डी ए )की माने तो एक औसत मरीज़ इसके स्तेमाल से वेस्ट ,हिप्स और थाईज़ से ३.६४ इंच तक कम कर लेता है .कुछेक ने ९ इंच तक इन मापों को कम किया है .बेशक लेज़र ओबे -सीज (मोटापे से ग्रस्त ) पर कारगर नहीं है .यह चर्बी को परत दर परत नहीं काट सकता है ।
अलबत्ता ब्रेस्ट एन्हांसमेंट सर्जरी इस तरीके से कामयाब है .
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