tag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post8191731106809255356..comments2024-03-28T07:22:54.883+05:30Comments on ram ram bhai: धनी ब्रजधाम ,धन्य ब्रज धरणी ,उड़ि लागै जो धूल , रास विलास करते नंदनंदन ,सो हमसे अति दूरvirendra sharmahttp://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post-20344636629992664592015-08-30T13:36:46.659+05:302015-08-30T13:36:46.659+05:30कृष्ण की माया या कृष्ण ही माया ...
सब कुछ जैसे मा...कृष्ण की माया या कृष्ण ही माया ... <br />सब कुछ जैसे मायामय हो ... कभी कभी तो आपकी व्याख्या भी माया जाल सा बुन देती है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com