tag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post881595423876611644..comments2024-03-28T07:22:54.883+05:30Comments on ram ram bhai: प्रभु के अवतार का उद्देश्य श्रीभगवानुवाच बहुनि मे व्यतीतानी ,जन्मानि तव चार्जुन , तान्यहं सर्वाणि ,न त्वं वेत्थ परंतप। (४. ६ )virendra sharmahttp://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post-72409019574705822672013-09-26T19:52:59.107+05:302013-09-26T19:52:59.107+05:30सहजता से व्याख्यायित
यहाँ भी पधारें
http://sanja...सहजता से व्याख्यायित <br /><br />यहाँ भी पधारें<br />http://sanjaybhaskar.blogspot.inसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post-5438889122340340292013-09-26T10:40:07.715+05:302013-09-26T10:40:07.715+05:30बहुत ही सहजता से समझाया, आभार.
रामराम.बहुत ही सहजता से समझाया, आभार.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post-89146293882172989662013-09-26T09:42:45.667+05:302013-09-26T09:42:45.667+05:30भारत भूमि महान है, बनकर प्रभु इंसान |
आकर वे अनुभव...भारत भूमि महान है, बनकर प्रभु इंसान |<br />आकर वे अनुभव करें, मुश्किल में ईमान ||<br />रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post-73807057971894257032013-09-26T09:42:20.483+05:302013-09-26T09:42:20.483+05:30संशोधन : शुक्रवारीय चर्चा मंच पर : संशोधन : शुक्रवारीय चर्चा मंच पर : रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post-2645033297438089582013-09-26T08:36:27.439+05:302013-09-26T08:36:27.439+05:30धर्म वस्तु का मूल गुण है जैसे अग्नि का ताप ,जल का ...धर्म वस्तु का मूल गुण है जैसे अग्नि का ताप ,जल का शीतलता ,वैसे ही प्राणियों का मूल गुण है भलाई करना<br /><br />अपना मूल गुण बना रहे तो परमात्मा के साथ ही रहेगा मानव.. Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post-33430807419933312042013-09-26T07:42:31.276+05:302013-09-26T07:42:31.276+05:30स्पष्ट रूप से व्याख्यायित अपने अवतार के कारण..स्पष्ट रूप से व्याख्यायित अपने अवतार के कारण..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com