tag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post8537960012966365259..comments2024-03-28T07:22:54.883+05:30Comments on ram ram bhai: ये लगता है अनासक्त भाव की चाटुकारिता है .virendra sharmahttp://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post-9563398562334313062012-10-03T20:11:45.866+05:302012-10-03T20:11:45.866+05:30विदूषी मोहतरमा जी !चाटुकारिता दो प्रकार की होती ...विदूषी मोहतरमा जी !चाटुकारिता दो प्रकार की होती है एक निष्प्रयोजन और दूसरी सप्रयोजन .कहतें हैं मतलब के लिए तो गधे को भी बाप बनाना पड़ता है .यह सप्रयोजन चाटुकारिता है .लेकिन अनासक्त भाव से कोई भी कोई गधे को बाप बनाता रहे तो बनाए .हमें उससे क्या .अभिव्यक्ति का अपना सुख है .लेकिन हमें तो सिर्फ यह कहना है ऐसे छल छद्मियों की चाटुकारिता करना कुम्भी पाक नरक में गिरना है फिर भी यदि कोई ..उन लोगों की स्तुति करता रहे जो राजनीति के छल छद्म से बाज़ नहीं आते ,जिनके लिए आतंकवाद भी वोट परस्ती में आजाता हो चाहे वह राहुल बाबा जी हों या माता जी इटली वाली तो करे .सबकी अभिव्यक्ति का अपना अपना सुख है .<br /><br />अभिव्यक्ति के स्तर पर गाली भी होती है जो इस प्रकार के चाटुकार होतें हैं जो निष्प्रयोजन चाटुकारिता करतें हैं वह बाद में गाली भी देते हैं .गाली देना भी उनका अपना सुख है .अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है ,दें गाली .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post-71060283581088756852012-10-02T23:44:36.654+05:302012-10-02T23:44:36.654+05:30अभिव्यक्ति का अधिकार सभी को मिला है और सभी के अपनी...अभिव्यक्ति का अधिकार सभी को मिला है और सभी के अपनी अपनी पसंद है ये चाटुकारिता क्या होती है ये भी शायद वही जानते हैं जो इसे करते फिरते हैं Shalini kaushikhttps://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.com