tag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post5459802377895984913..comments2024-03-28T07:22:54.883+05:30Comments on ram ram bhai: श्रीमद भगवदगीता चौथा अध्याय :श्लोक चौदहवाँ virendra sharmahttp://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-232721397822804248.post-2978079411305157922013-09-28T03:55:28.219+05:302013-09-28T03:55:28.219+05:30कर्म स्री कृष्ण को नही बांधते क्यूं कि कर्मपल में ...कर्म स्री कृष्ण को नही बांधते क्यूं कि कर्मपल में उनकी आसक्ति नही है। उन्हीं का अनुसरण करके, कर्म तो हम करें और अपने पूरे सामर्थ्य से अच्छे से अच्छा करें, पर फल में कोई इच्छा न रखें। <br /><br />बहुत सुंदर कार्य कर रहे हैं आप।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.com