रविवार, 30 अगस्त 2015

अपमान या स्वाभिमान रैली

हाल ही में लालूप्रसाद ने ये मनमाना आरोप केंद्र सरकार पर लगाया है कि ये सरकार उनकी जमानत रद्द कर दिए जाने का भय उन्हें सीबीआई की मार्फ़त दिखा रही है। देश के बुद्धिजीवियों का इस बाबत कहना है कि भले इन्होनें चारा खा लिया वह कोई बात नहीं लेकिन अब ये यादवों और मुसलमानों को एक होने का अावाहन करके बाकी जातियों को डरा रहें हैं संविधान के विरुद्ध जाकर वोट मांग  रहे हैं। देश की मेधा को अपमानित कर रहें हैं इसलिए इन्हें जेल में ही रखा जाए। यादव और मुसलमान यानी जाति  और धर्म को मिलाकर ये एक नया एमल्गम एक नै वर्णसंकरता पैदा करना   चाहते हैं।

क्योंकि ये अपनी ही सोच के लोग पैदा करेंगें इसलिए इनके डीएनए की भी जांच होनी चाहिए।

लालू हो या सोनिया या फिर नीतीश ये सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं। लोगों को डराने धमकाने और बदजुबानी करने के अलावा राष्ट्रीय इतिहास को कलंकित करने के लिए भी इन्हें जेल होनी चाहिए। एक मर्तबा लालू ने  कहा था -१९२७ में पैदा आडवाणी पाकिस्तानी हैं। लालू की इतिहास की समझ कितनी लचर हैं संयुक्त अखंड भारत को ये पाकिस्तान बतला रहें हैं पाकिस्तान का तो तब अस्तित्व ही नहीं था। भारत के गर्भ में भी नहीं आया था तब तक पाकिस्तान। ये तो अंग्रेज़ों ने इम्प्लांट किया था नेहरू ने उसे तरजीह दी थी जिन्ना के इशारे पर।

अपमान रैली को ये महाशय स्वाभिमान रैली बतला रहे हैं।

जय सोनी मोनी मूढ़मते ,जय लालू नीतीश मंद मते

अब तो हरिहर ही लाज रखे।



अपमान या स्वाभिमान रैली


Congress Chief Sonia Gandhi Insulted at Swabhiman Rally, Claims LJP

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